The Hub Of psycho Words...

test

Breaking

Post Top Ad

Your Ad Spot

Saturday, June 09, 2018

मेरी मां तुम अनोखी हो

क्या केेह दू उसे वो इंतजार क्यू करती है
थक हार चोखट पर क्यू रोज खड़े रहती है
काम तो दिन का ख्तम हो ही जाता है
फिर क्यों नहीं थोड़ा आराम कर लेती है
मां तुम एक पल नींद क्यू नहीं ले लेती हो
सारा काम तो अकेले ही कर देती हो
चुप रह कर किसी रोज मेरी भी सुन लो
हर वक़्त मुझे क्यू बच्चा समझती हो
कैसे तुझे मां मैं समझाऊं
हर बार तो में तुझसे ही समझ आऊ
मां तेरी ममता बड़ी अनमोल है
तेरा अरबों भी ना कोई मोल है
motherr love.mother, child love,
mother love

Post Top Ad

Your Ad Spot

MAIN MENU